जिसका आदि ना अंत कोई भजन लिरिक्स
जिसका आदि ना अंत कोई,जिससे है बडा ना संत कोई,जिसको कहते कैलाशी है,जिसके चरणों में काशी है,जीवन उस को सौंप दिया तो ,फिर है क्या मरना,महाकाल ने थामा हाथ है तो, फिर काल से क्या डरना…… खुश हो जाए जो भोले, तो मन के आस पुराते हैं,क्रोध जो आ जाए उनको, फिर प्रलय रूप दिखलाते … Read more